आचार्य महाश्रमण की सन्निधि में आयोजित कार्यकर्ता प्रशिक्षण कार्यशाला के दौरान आरएसएस सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत ने युवकों को प्रेरणा देते हुए कहा कि युवा स्वभाव, उत्साह, साहस व निर्भीकता का नाम है। राष्ट्र के निर्माण में युवाओं का ही योगदान है। युवाओं से अपेक्षा है कि वे अपनी प्रतिभा को संभाल उसको राष्ट्र निर्माण में लगाए। युवा संगठन को आत्मीयता का मजबूत आधार दें। गलत होने पर दोष को निकाले, व्यक्ति को नहीं। संगठन में सभी एक-दूसरे के हित की सोचें। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता पदभार, नाम प्रतिष्ठा प्राप्त करने की इच्छा नहीं रखे। सभी संघ में रहे और संघ के प्रमुख का इंगित मानें।
अभातेयुप के अध्यक्ष श्री संजय खटेड व संगठन मंत्री राजेश सुराणा ने मेगा ब्लड डोनेशन ड्राइव जो अभातेयुप की ओर से किए जाने वाला एक ऐसा कार्यक्रम है जिसके तहत एक लाख ब्लड यूनिट 17 सितंबर को पूरे देश में इक_ा किया जाएगा। इस कार्यक्रम की किट भागवत को भेंट की। भागवत ने अपना हस्ताक्षर मय समर्थन जताते हुए कहा कि वे हर संभव अपना योगदान इसमें करेंगे।
तेयुप प्रभारी मुनि दिनेश कुमार ने अपना प्रेरणादायी उद्बोधन युवाओं को प्रदान किया। तेयुप सहप्रभारी मुनि योगेश कुमार ने कहा कि तेरापंथ धर्मसंघ की छत्रछाया में सभी को सुख, दुलार, प्यार मिल रहा है। इस संघ की कहानियां हमारे में जोश भरने वाली है। ऐसे संघ की सेवा में हमेशा तैयार रहना चाहिए। इस शासन के प्रति हमारे मन में श्रद्धा झलकनी चाहिए। उन्होंने कहा कि युवाओं को इस के लिए कुछ कर दिखाना है। इस संघ का दायित्व केवल साधु-साध्वियों को नहीं श्रावक-श्राविकाओं का भी है।