महाश्रमण ने कहा

1. तुम कार्यकर्ता बनना चाहते हो यह अच्छी बात हो सकती है पर तुम यह सोचो तुम्हारा अपने काम, क्रोध व भय पर नियंत्रण है या नहीं | - आचार्य श्री महाश्रमण 2. यदि यह आस्था हो जाए कि मूर्तिपूजा करना, द्रव्यपूजा करना धर्म है तो वह तेरापंथ की मान्यता के अनुसार बिल्कुल गलत है | हमारे अनुसार यह सम्यक्त्व को दूषित करने वाला तत्व है | - परमश्रद्धेय आचार्यश्री महाश्रमणजी 3. जो भी घटना घटित हो, उसे केवल देखना सीखे, उसके साथ जुड़े नहीं | जो व्यक्ति घटना के साथ खुद को जोड़ देता है, वह दु:खी बन जाता है और जो द्रष्टा ( viewer ) भाव से घटना को देखता है, वह दुःख मुक्त रहता है | ~आचार्य श्री महाश्रमणजी

Thursday 1 December 2022

जैन कार्यवाहिनी कोलकाता द्वारा दीक्षार्थी दक्ष नखत का मंगल भावना समारोह

1 दिसम्बर 2022 को जैन कार्यवाहिनी कोलकाता द्वारा दीक्षार्थी दक्ष नखत का मंगल भावना समारोह महासभा भवन में शाम 7 बजे से आयोजित किया गया।
उल्लेखनीय है कि दीक्षार्थी दक्ष नखत जैन कार्यवाहिनी कोलकाता के सदस्य श्री दीपक नखत के सुपुत्र है आपकी बहन मुमुक्षु सलोनी नखत पारमार्थिक शिक्षण संस्थान में अध्ययनरत है।
जैन कार्यवाहिनी कोलकाता की भिक्षु भजन मंडल द्वारा गीत का संगान हुआ। दीक्षार्थी के प्रति मंगल भावना व्यक्त करते हुए जैन कार्यवाहिनी के समन्यवक श्री महेंद्र दुधोडिया ने दीक्षार्थी का परिचय दिया, संयोजक श्री पुष्पराज सुराना, श्री सुरेंद्र सेठिया, श्री रंजीत चोरडिया, प्रचार प्रसार संयोजक श्री पंकज दुधोडिया, श्री राकेश राखेचा, श्री बुधमल लुनिया, श्री नवरत्न मालू ने अपने भावनाओ की अभिव्यक्ति दी।
जैन कार्यवाहिनी कोलकाता की ओर से दीक्षार्थी दक्ष का खोल भरकर वैरागी का अभ्यर्थन करते हुए भावी आध्यात्मिक जीवन के प्रति मंगलकामना किया गया। कार्यक्रम का संचालन जैन कार्यवाहिनी के संयोजक श्री जय सिंह बैद ने किया। मंगल भावना कार्यक्रम में दीक्षार्थी दक्ष के पिता श्री दीपक नखत सहित कार्यवाहकों की गरिमामय उपस्थिति रही।